साबूदाना खिचड़ी एक लोकप्रिय व्यंजन है जो व्यापक रूप से नवरात्र / शिवरात्रि जैसे महा त्योहारों के दौरान उपवास / व्रत के दौरान खाया जाता है। इसीलिए मैं इस लेख में दो तरह से Sabudana Khichadi Recipe in Hindi में बनाने की विधि बताऊंगी। यह आम तौर पर विशेष रूप से महाराष्ट्र, कर्नाटक और गुजरात राज्यों में व्रत / उपवास भोजन के रूप में तैयार किया जाता है लेकिन अन्य राज्यों में भी अभ्यास किया जाता है। इसे अलग-अलग उद्देश्यों के लिए कई अलग-अलग तरीकों से तैयार किया जाता है।
इस लेख में हम दो तरह की साबूदाना खिचड़ी बनाएंगे। एक व्रत के लिए, एक बिना व्रत के लिए।
कुल समय 20 मिनट + दो घण्टे
तैयारी का समय 5 मिनट
पकने का समय 15 मिनट
कितने लोगों के लिए 4
Sabudana khichadi बनाने की सामग्री
बिना व्रत के लिए साबुदाना खिचड़ी
- 200 ग्राम साबूदाना
- 2आलू (उबली और कटी हुई)
- 1/2 कप मूंगफली (छीलकर हल्की भुनी हुई और कुटी हुई)
- 2 छोटी चम्मच घी
- 1 छोटी चम्मच जीरा
- 1/2 छोटी चम्मच राई (सरसों बीज)
- 1/2 साबुत लाल मिर्च
- 2/3 कढ़ी पत्ता
- 1छोटी चम्मच मिर्च पाउडर
- 1 छोटी चम्मच हरा धनिया
- 1 छोटी चम्मच हरी मिर्च, (टुकड़ों में कटा हुआ)
- 1 छोटी चम्मच नींबू का रस
- 5/7 मीठी नीम पत्ते
- 1/2 छोटी चम्मच तेल
व्रत के लिए साबुदाना खिचड़ी
- 2 छोटी चम्मच सेंधा नमक
- 1/2छोटी चम्मच घी
Sabudana Khichadi Recipe बनाने की विधि
1. साबूदाना को बनाने से पहले साफ पानी में धोखा दे 2 /3 घंटे (समयानुसार) के लिए 1/2 कप पानी में भिगा दें।
2. इसके बाद साबूदाना को एक छन्नी से छानकर एक मोटे कपड़े में फैला दें ताकि साबूदाना से पानी निकल जाए वरना बनाते समय साबूदाना चिपकेगा।
3. आप एक कढ़ाई में तेल डालकर गर्म करें। उसमें जीरा, राई कड़ी पत्ते, मीठी नीम पत्ती डालकर 10 सेकेंड के लिए पकाए।
4. अब इसमें साबुत लाल मिर्च, धनिया, नमक स्वादानुसार डालकर गाढ़ा पकाए।
5. अब आप साबूदाना, आलू कटी हुई, मूंगफली को डालकर अच्छे से मिलाए।
6. 10 मिनट तक ढक कर पकाएं और बीच-बीच में चलाते रहें।
7. ढक्कन हटाएं और थोड़ा पानी छिड़कें और फिर से ढककर पकाएं।
8. ऊपर से नींबू का रस डालें और कटी हुई हरी धनिया की गार्निश करें।
9. साबूदाना खिचड़ी बनकर तैयार है आप अब परोसे और खुद भी खाएं।
व्रत के लिए साबुदाना खिचड़ी
व्रत के लिए साबूदाना खिचड़ी बनाने के लिए बिल्कुल ऊपर दी गई विधि की तरह ही बनेगी सिर्फ इसमें सेंधा नमक डालें और घी से फ्राई करें।
इसमें धनिया पाउडर ना डालें।
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सुझाव
अगर आप साबूदाना भिगोते वक्त ज्यादा पानी डालेंगे तो वह पकने के बाद चिपचिपा बन सकते हैं।
साबूदाना के ऊपर एक छोटी चम्मच पानी छिड़के और अच्छी तरह से मिलाए जरूरत के अनुसार आप ज्यादा पानी डाल सकते हैं। एक ही बार में बहुत ज्यादा पानी मत डालें अन्यथा साबूदाना गीले हो जाएंगे।
अगर आप बड़े साबूदाना का उपयोग कर रहे हैं तो उन्हें 3 या 4 घंटे पानी में भिगो दें।
F&Q
Qus 1. साबूदाना खिचड़ी स्वस्थ है?
Ans. हां, साबूदाना ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत है, पचाने में आसान है और कब्ज से बचाता है। यह कार्बोहाइड्रेट का एक समृद्ध स्रोत है और इसका शरीर पर ठंडा प्रभाव पड़ता है। सब्जियों और मूंगफली के साथ साबूदाना खिचड़ी इसे गर्भवती महिलाओं के लिए एक अच्छा स्वास्थ्य भोजन विकल्प बनाती है।
Qus 2. साबूदाना कितनी देर तक भिगोना चाहिए?
Ans. अगर बड़ा साबूदाना ले रहे हैं तो इसे भीगने में समय लगता है और आपके लिए बेहतर होगा कि इसे रात भर के लिए भीगो दें। अगर रात भर नहीं भिगो पाए हैं तो भी इसे कम से कम 3-4 घंटे तो भीगे रहने दें। इसके बाद इसे बनाने से थोड़ा पहले पंखे के नीचे रख दें। इससे एक्स्ट्रा पानी अगर होगा तो वो हट जाएगा।
Qus 3 साबूदाना क्या चीज से बनाया जाता है?
Ans. साबूदाना बनाने के लिए पाम सागो के तने के बीच से टैपिओका रूट को निकाला जाता है, इसे कसावा भी कहा जाता है। कसावा देखने में शकरकंद से मिलता जुलता है। इसे काटकर बड़े-बड़े बर्तनों में रखा जाता है और उसमें रोजाना पानी डाला जाता है। इसे प्रक्रिया को लंबे समय तक दोहराया जाता है।
Qus 4 क्या साबूदाना शाकाहारी है?
Ans. व्रत या उपवास में इसे बनाना भी आसान होता है और यह स्वाद में भी अच्छा होता है। सामान्य जानकारी यही है कि साबूदाना पूर्ण शाकाहारी और व्रत के नियमों के अनुसार सात्विक भोजन है।
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